26 फरवरी, 2024 तक, किसान आंदोलन गतिरोध में बना हुआ है।दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर ट्रैक्टर श्रृंखला- भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विश्व व्यापार संगठन (WTO) के विरोध और किसानों की मांगों के समर्थन में आयोजित किया गया था।
आंदोलन की ताजा खबरें हैं:
- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसान आंदोलन लंबा चल सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की मांगों को मानने के लिए तैयार रहना चाहिए।
- राकेश टिकैत का बयान: BKU अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान हिंसा का समर्थन नहीं करते और सरकार से बातचीत के माध्यम से अपनी मांगों को पूरा करने की उम्मीद करते हैं।
- किसानों ने दिल्ली-मेरठ हाईवे को जाम कर दिया है। यह जाम कई घंटों तक चला।
- किसानों ने 27 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है। इस दौरान, वे देश भर में सड़कों और रेलवे लाइनों को जाम करेंगे।
यह
गतिरोध कब तक जारी रहेगा, यह कहना मुश्किल है। किसानों और सरकार के
बीच अगले दौर की
बातचीत 28 फरवरी को होनी है।
किसानों की मांगें:
1. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी:
- किसान चाहते हैं कि MSP को कानूनी
रूप से लागू किया जाए ताकि उन्हें अपनी फसलों के लिए उचित मूल्य मिल सके।
- वे MSP को उत्पादन लागत से कम से
कम 50% अधिक रखने की मांग करते हैं।
2. बिजली बिलों में छूट:
- किसानों को कृषि कार्यों के लिए
बिजली सब्सिडी की मांग करते हैं।
- वे बिजली बिलों में पूर्ण छूट या
कम से कम 50% की छूट चाहते हैं।
3. कर्ज माफी:
- किसानों पर बकाया कर्ज माफ करने
की मांग करते हैं।
- वे ब्याज माफी और ऋण पुनर्गठन की
भी मांग करते हैं।
अन्य मांगें:
- किसानों ने अपनी अन्य मांगों में
भूमि सुधार, सिंचाई सुविधाओं में सुधार, बीज और उर्वरक की सब्सिडी, और बेहतर कृषि
बाजार व्यवस्था शामिल हैं।
विरोध प्रदर्शन कहाँ हो रहे हैं:
- दिल्ली-हरिद्वार
राष्ट्रीय राजमार्ग: 26 फरवरी को, BKU ने दिल्ली-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग
पर ट्रैक्टर श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन विश्व व्यापार संगठन
(WTO) के विरोध और किसानों की मांगों के समर्थन में आयोजित किया गया था।
- पंजाब,
हरियाणा, और उत्तर प्रदेश: 25 फरवरी को, BKU ने 'ग्रामीण भारत बंद' का आह्वान
किया था। इस बंद के तहत, किसानों ने देश भर में कई जगहों पर प्रदर्शन किया और
सड़कों को जाम कर दिया।
- अन्य राज्य: किसानों ने देश के अन्य राज्यों में भी प्रदर्शन किया है, जैसे कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र।
आंदोलन
को समर्थन कैसे करें:
- किसानों को दान करें
- विरोध प्रदर्शनों में शामिल हों
- सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएं
किसान आंदोलन का लीडर कौन है?
किसान आंदोलन का नेतृत्व कई किसान संगठनों द्वारा किया जा रहा है, जिनमें शामिल हैं:
- भारतीय
किसान यूनियन (BKU)
- संयुक्त
किसान मोर्चा (SKM)
- राष्ट्रीय
किसान मजदूर महासंघ (RKMS)
- अखिल
भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC)
इन संगठनों के नेता किसान आंदोलन के लिए रणनीति तैयार करने और विरोध प्रदर्शनों
का नेतृत्व करने के लिए मिलकर काम करते हैं।
कुछ प्रमुख किसान नेता जो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं उनमें शामिल हैं:
- राकेश
टिकैत (BKU)
- गुरनाम
सिंह चढ़ूनी (BKU)
- योगेंद्र
यादव (SKM)
- जोगिंदर
सिंह उगराहां (BKU)
- बलबीर
सिंह राजेवाल (BKU)
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि किसान आंदोलन एक विकेन्द्रीकृत आंदोलन है और
इसका कोई एक नेता नहीं है।
भविष्य की योजनाएं:
- आंदोलन जारी रखना
- सरकार पर दबाव बनाना
- चुनावों में किसानों के मुद्दों को उठाना
निष्कर्ष:
26 फरवरी,
2024 तक, किसान आंदोलन अभी भी जारी
है। किसान-एमएसपी को कानूनी गारंटी
देने, बिजली बिलों को माफ करने
और किसानों पर दर्ज मुकदमे
वापस लेने की मांग
कर रहे हैं। जिससे
गतिरोध बना हुआ है।
हालांकि,
दोनों पक्षों के बीच बातचीत
जारी है। यह देखना
बाकी है कि क्या
सरकार और किसान किसी
समाधान पर पहुंच पाएंगे।
आंदोलन का भविष्य भी
अनिश्चित है।
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